तिलहनी ब्रैसिका फसल सुधार कार्यक्रम में जीनोम अभियांत्रिक युक्तियों तथा अन्य आण्विक व जैवसूचनाविज्ञान की विधियों का उपयोग
एरेबिडॉप्सिस थैलियाना
यह ब्रैसिका कुल की एक आदर्श पादप प्रजाति है जिसमें 125 एमबी आकार का छोटा जीनोम होता है। यहां मैं पौधे के आकार को नियंत्रित करने वाले तथा सस्यविज्ञानी दृष्टि से महत्वपूर्ण अन्य गुण प्ररूपों के जीनोम को क्लोन करने के लिए टैगिंग हेतु टी-डीएनए इंसर्सनल म्यूटाजेनेसिस का उपयोग कर रहा हूं। इसके अतिरिक्त वे जिन प्रक्रियाओं में शामिल हैं, उन्हें समझने के लिए आण्विक युक्तियों के विकास हेतु पहचाने गए जीनों/प्रमोटरों का उपयोग किया जा रहा है ।
ब्रैसिका जुंसिया
भारत में उगाई जाने वाली नौ तिलहनों फसलों में से सरसों मूंगफली के बाद दूसरी प्रमुख तिलहनी फसल है जिसका भारत के उत्तरी भाग में सब्जी और मसालों के लिए उपयोग किया जाता है। यहां कुछ विशिष्ट जीनों को लक्षित करके या प्राकृतिक स्थिति में ट्रांसक्रिप्शन घटकों को शमित करके या उन्हें प्रेरित करके उन जीनों को लक्षित करते हुए भारतीय सरसों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए सीआरआईएसपीआर/सीएएस9 जैसी जीनोम संपादन/अभियांत्रिक युक्तियों का उपयोग किया जा रहा है।
Awards & Honors
गुप्ता एन सी, जैन पी के, भट एस आर और श्रीनिवासन आर (2012). अपस्ट्रीम सीक्वेंस ऑफ फैटी एकाइल-सीओए रिडक्टेज (एफएआर 6) ऑफ एरेबिडॉप्सिस थैलियाना ड्राइव्स वूंड-इंड्यूसिबल एंड स्टेम-स्पेसिफिक एक्सप्रेशन. प्लांट सैल रिपेार्ट, 31: 838-850
कुमार पी ए, मोहपात्रा टी, शर्मा टी आर, भट्टाचार्य आर सी, दाश पी, गुप्ता एन सी और सोलंके ए के (2011). बायोटैक्नोलॉजी एंड क्रॉप इम्प्रूवमेंट. आईजेएएस.81(9)
गुप्ता एन सी, सिन्हा एस के, जॉली एम, दुबे एन और सचदेव ए (2010). एंटीसेंस आर एन ए – मेडिएटिड इन हिबीशन ऑफ जीएमफैड 2-1 इनकोडिंग ओमेगा-6-डीसेचुरेज. इंडियन जे. प्लांट फिजियोल, 14(4): 336-343
पुस्तक अध्याय
गुप्ता एन सी और जैन पी के (2013). क्लोनिंग एंड करेक्टराइजेशन ऑफ ए वूंड-इंड्यूसिबल प्रमोटर फ्राम एरेबिडॉप्सिस थैलियाना. रीसेंट एडवांसिस इन बायोटैक्नोलॉजी, आईएसबीएन-978-81-928063-1-0 : 69-78