1. गेहूं के NRT2 एवं NAR2 फैमिली जीनो की पहचान
15N प्रवाह एवं जीन अभिव्यक्ति आधारित गेहूं के NRT2 एवं NAR2 फैमिली जीनो की पहचान की गयी। इस अध्ययन के अंतर्गत गेहूं के एक जीन (TaNRT2.1-B6) का कार्यात्मक लक्षण-वर्णन भी अरबिडोप्सिस के म्युटेंट के प्रयोग से किया गया ।
https://doi.org/10.1016/j.envexpbot.2022.105205
2. स्क्लेरोटिनिया स्क्लेरोटोरियम 'ESR-01' का मसौदा जीनोम अनुक्रमण, और प्रभावी पहचान
एनआईपीबी में डॉ. नवीन सी गुप्ता और उनकी टीम ने डीआरएमआर, भरतपुर के डॉ. पंकज शर्मा के सहयोग से सबसे विनाशकारी पादप रोगजनकों में से एक, व्हाइट मोल्ड (एस. स्क्लेरोटोरियम) के एक भारतीय आइसोलेट 'ईएसआर-01' जो कि सरसो में तना गलन रोग पैदा करता है उसके जीनोम अनुक्रम को डिकोड किया है। इस रोगज़नक़ कवक के ~ 41 एमबी जीनोम में 9469 प्रोटीन-कोडिंग जीन हैं, जिनमें से 529 जीन की पहचान कार्बोहाइड्रेट-सक्रिय एंजाइम (CAZymes) के रूप में और 156 जीन रोगज़नक़-मेजबान से सम्बंध के लिए आवश्यक हैं, की गई। स्राविय प्रोटीन (सीक्रीटोम) प्रोफाइलिंग से कुल 57 प्रभावशाली उम्मीदवारों (ईसी) की पह्चान की गयी है जो मेजबान पौधों में रोग के विकास में सहयता प्रदान करते हैं।
https://www.nature.com/articles/s41598-022-22028-z
3. काजनस प्लैटाइकार्पस (बेंथ) में पॉड बोरर [हेलिकोवर्पा आर्मीगेरा (हबनेर)] प्रतिरोध का गूढ़ रहस्य, फ्लेवोनोइड बायोसिंथेसिस पाथवे की रीप्रोग्रामिंग और भूमिका पर उपन्यास अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।